नैन भर राह देखे

तूने बिसरा दी सुध ओ सांवरिया
नैन भरे राह देखे तेरी बांवरिया

कब से पुकारूँ आजा रे कन्हाई
तेरी याद में प्यारे सुध बिसराई
गाँव भूली घर भूली भूली रे नगरिया
नैन भर राह देखे.........

एक बार मुझे तुम अपनी बना लो
हो गयी तेरी अब चरणों में बैठा लो
कोई नही मेरा बस मेरे तुम सांवरिया
नैन भर राह देखे.......

माना की हैं अवगुण मुझ में हज़ारों
तेरी ही कृपा है तारो या ना तारो
इक बार सुना दो अपनी बाँसुरिया
नैन भर राह देखे.......

तुमने है लाखों की बिगड़ी बनाई
मेरी बार क्यों इतनी देर कन्हाई
रो रो पुकारूँ मैं आजा रे सांवरिया
नैन भर राह देखे.......

प्रियाप्रीतम बाँवरी

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