बाँवरी दिन रैन पुकारे
सुन लो पिया जी अरज़ मेरी
दासी तेरी बाट निहारे
अब आएं अब आएं पिया मेरे
बाँवरी दिन रैन पुकारे
बेपरवाही हो गयी जग से
नैना लगे पिया जी जब से
आस लगाए बैठी कब से
हर पल तेरी राह निहारे
अब आएं अब आएं पिया मेरे
बाँवरी दिन रैन पुकारे
अब ये देस लगे बेगाना
संग ले लो पिया संग जाना
अब तुमसे ही प्रीत निभाना
ऐसी बांधे तुम प्रीत से प्यारे
अब आएं अब आएं पिया मेरे
बाँवरी दिन रैन पुकारे
श्री चरणन की सेवा दीजो
कुंजन को बुहारिन कीजो
कैसो भी अब अपनी कीजो
दासी रो रो बाट निहारे
अब आएं अब आएं पिया मेरे
बाँवरी दिन रैन पुकारे
Comments
Post a Comment