तेरी थी अब तेरी हो चुकी
तेरे बिन अब कौन मेरा
साहिब अब तेरी हो चुकी
मुझपे भी नज़र ए करम हो
तेरी थी अब तेरी हो चुकी
ना औकात थी न ही थे सज़दे
फिर भी तूने किया इश्क़ ऐसा
क्यों बिनमोल ही बिक गयी हूँ
तेरी थी अब तेरी हो चुकी
अब भूलना ना नज़र यूँ मिला के
ना ऑंखें चुराना आँखों से पिला के
नशे में तेरे हूँ तू ही सम्भाले
तेरी थी अब तेरी हो चुकी
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