जब दिल ही तुम्हे

जब तुम्हे दिल ही दे दिया है
अब बोलो सनम क्या करेंगे

की ना तुझसे मोहबत पहले
मेरा दिल ही बड़ा नादान है
मर जाऊ मैं अब तुझ पर ही
अब दिल का मेरे अरमान है
अब तू छोड़े या फिर संभाले
तेरे दर पे ही सज़दा करेंगे
जब..........

तेरे रहमो करम पर हु जिन्दा
हुई  गलतियों से हु शर्मिंदा
अब तू अपना ले देर न कर
मैं हु तेरी गली का बाशिंदा
तेरी गालियां ही मेरा ठिकाना
बस यही पर हम घुमा करेंगे
जब.......

बाँवरी मीता

Comments

Popular posts from this blog

भोरी सखी भाव रस

घुंघरू 2

यूँ तो सुकून