जबसे तुमसे नैन लड़ाए

जब से तुम से नैन लड़ाए
मन को और कुछ ना भाए

ये दिल बस तुझको ही चाहे
बदल गयी है अब मेरी राहे

ऐसा किया है तुमने जादू
दिल मेरा हो गया बेकाबू

ऐसे तीर नज़र के मारे
होश गवाया दिल भी हारे

अब तो ऐसा हुआ है हाल
एक तेरी नज़र का सवाल

एक बार नज़र से पी लूँ
हसरत है की अब तो जी लूँ

आ चुके अब तेरे मयख़ाने
फिर क्यों खाली है पैमानें

एक जाम पीना है मुझको
यु ही नही जीना है मुझको

तू हल है अनबुझी प्यास का
क्या कहू इश्क़ के एहसास का

मरने में भी मज़ा आ रहा है
ऐसे इश्क़ में जिया जा रहा है

बाँवरी मीता

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