प्रेम की परीक्षा

दिल की बात याद रखते हैँ
पाप नही हैं याद रखते

अंतःकरण है ऐसा
आपके पाप नही छपते

भगवान मिलें कैसे
भगवान मिलें ऐसे

हो जाए कुछ नेह
फिर नही कुछ सन्देह

और इच्छा सब छोड़ कर
प्रभु की इच्छा ही कर

मान इसे मत शिक्षा
प्रेम की यही परीक्षा

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