तेरी रहमतें जो देखूं

तेरी रहमतें जो देखूँ
ये नज़र ही नही भरती
तेरे इश्क़ में ओ प्यारे
मेरी जिंदगी संवरती

मुझे तूने जो दिया है
नज़रें करम है तेरा
मैं तो नही थी काबिल
तूने मौज इतनी करदी
तेरी रहमतें.......

दामन भरा खुशी से
देकर के प्रेम अपना
अब मैंने जिंदगी ये
बस तेरे हवाले कर दी
तेरी रहमतें......

कैसे कहूँ कृपा का
तेरी हो रही है कितनी
पल पल ख़ुशी से मेरी
झोली है तूने भरदी
तेरी रहमतें......

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