मुझको मुझसे चुरा ले गया
मुझको मुझसे चुरा ले गया
मुझे कोई अपना बना ले गया
अपनी ही कोई खबर नही है
बिना मिले भी सब्र नहीँ है
होश मेरा सारा उड़ा ले गया
मुझे कोई अपना बना ले गया
मुझको मुझसे.......
दिन गुज़रे या गुज़रें रातें
खत्म न हो बस प्यार की बातें
प्रेम भरा गीत सुना ले गया
मुझे कोई अपना बना ले गया
मुझको मुझसे........
उसका बिना हाय कैसा जीना
भूली दिन सब साल महीना
खुद से बेगाना बना ले गया
मुझे कोई अपना बना ले गया
मुझको मुझसे......
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