तेरे इश्क़ का जादू

तेरे इश्क़ का ये जादू है
अब हुआ दिल बेकाबू है

पंख फैला रही है हसरते
बेताब हो रही है मोहबते

अश्कों का समंदर बह रहा
दास्तान ए दिल है कह रहा

मुझको गम है तेरी जुदाई का
दौर कटता नही तन्हाई का

अब तो आजा इंतज़ार तेरा है
पुकार रहा तुझको प्यार मेरा है

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