अपने अश्क़

अपने अश्क़ तुमको सनम हम दिखाएँ कैसे
राज ए दिल जानते हो तुम सब छिपाएँ कैसे

कुछ इस कद्र समा गए हो मुझमें तुम सनम
खुद से बेख़ुद हुए बैठे हैँ मुद्दतों से हम
हम खुद को अपनी अब याद दिलाएं कैसे
अपने अश्क़ तुमको सनम हम दिखाएँ कैसे
राज ए दिल जानते हो तुम सब छिपाएँ कैसे

जाने ये इश्क़ के एहसास अजब क्यों होते हैँ
साथ रहते हो फिर भी क्यों मिलने को रोते हैं
दिल में रहते हो इन आँखों को समझाएँ कैसे
अपने अश्क़ तुमको सनम हम दिखाएँ कैसे
राज ए दिल जानते हो तुम सब छिपाएँ कैसे

मेरे दिल से सनम बेताबी नहीं जाती है
रह रह कर रोता है दिल याद तेरी आती है
बगावत करता है दिल इससे निभाएँ कैसे
अपने अश्क़ तुमको सनम हम दिखाएँ कैसे
राज ए दिल जानते हो तुम सब छिपाएँ कैसे

क्यों ये दिल शमा सा रात दिन जलता है
क्यों ये घड़ी घड़ी तेरे लिए मचलता है
आग सी है सीने में जो लगी उसे बुझाएँ कैसे
अपने अश्क़ तुमको सनम हम दिखाएँ कैसे
राज ए दिल जानते हो तुम सब छिपाएँ कैसे

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