अपने दिल में
अपने दिल में उठते तूफ़ान सम्भालूँ कैसे
अपने दिल में उठते तूफ़ान सम्भालूँ कैसे
रूह तक तो नीलम हुई तेरी खातिर
अब किसी और से नज़र ये मिला लूँ कैसे
अपने दिल में उठते तूफ़ान सम्भालूँ कैसे
तुम ही तुम रह जाओ न दिल में मेरे
ये सिसकते से जज्बात दबा लूँ कैसे
अपने दिल में उठते तूफ़ान सम्भालूँ कैसे
और कहीं जाती नहीं अब नज़र मेरी
तेरे चेहरे से मैं नज़रें हटा लूँ कैसे
अपने दिल में उठते तूफ़ान सम्भालूँ कैसे
तेरा ख्याल अब दिल से निकालूँ कैसे
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