हे कल्याणी

हे कल्याणी ब्रज ठकुरानी कीर्तिन्दिनी नमः स्तुते!!

हे रसवर्षिणी परम् आकर्षिणी आनन्द कन्दिनी नमः स्तुते!!

हे ब्रजेश्वरी रास रासेश्वरी सर्वेश्वरी नमः स्तुते!!

हे कंचनवर्णी कृष्णसुखकर्णी हे दुःखहरणी नमः स्तुते!!

हे परमकृपाला दीन दयाला हे ब्रजबाला नमः स्तुते!!

हे परम् प्रकृति कृष्णसुखकीर्ति गौराकृति नमः स्तुते!!

हे कृष्णसंगिनी कृष्ण आनन्दिनी  सुनन्दिनी नमः स्तुते!!

हे वामांगी रसीली रमांगी हे कोमलांगी नमः स्तुते!!

हे नवल नागरी रससागरी हे सुखसागरी नमः स्तुते!!

जय जय राधिके कृष्णारधिके हे रसाधिके नमः स्तुते!!

जय जय श्रीराधा प्रेम अगाधा हरणी भवबाधा नमः स्तुते!!

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