तेरी यादों में

तेरी यादों में सुलगना ही ज़िन्दगी मेरी
यूँ ही अश्क़ों से भीगना बन्दगी मेरी

है इश्क़ तुमको ही ये दिल कहता है
तू भी कभी देख ले आवारगी मेरी
तेरी यादों ........

मैंने कहाँ तुझसे दिल लगाया है
हंस लेना देख कर दिल्लगी मेरी
तेरी यादों .........

जाने क्यों हसरतें मेरी नहीं थमती
काश तुम पर ही रूकती हसरतें मेरी
तेरी यादों .......

है तेरा इश्क़ समंदर की तरह गहरा
एक कतरा हूँ क्या देखोगे रवानगी मेरी
तेरी यादों ........

सच है कितना रखते हो तुम खबर सारी
भूल जाओ तुम झूठी सी दीवानगी मेरी
तेरी यादों.......

मुझको डूब जाने दो अश्क़ों के समंदर में
तुम कब बने हो महबूब ख्वाहिशें मेरी
तेरी यादों.........

सच कहूँ तुझसा इश्क़ मुझे न होगा कभी
याद हैं मुझको साहिब सारी गुस्ताख़ी मेरी
तेरी यादों में सुलगना ही ज़िन्दगी मेरी
यूँ ही अश्क़ों से भीगना बन्दगी मेरी

Comments

Popular posts from this blog

भोरी सखी भाव रस

घुंघरू 2

यूँ तो सुकून