आज पिया मोहे
आज पिया मोहे अंग लगाय लीयो
हाय सखी मेरो सुधि बिसराय दीयो
पीर बिरह की सखी बड़ो भारी
पिया मिलन ते मैं बलिहारी
पिया मोहे आन हिय सों मिलाय लीयो
आज पिया.......
तेरी छुअन से सिहर गयी मैं पिया
अंग लगायो संवर गयी मैं पिया
प्रेम सों पिया सुहागिन बनाये दीयो
आज पिया........
अंग अंग रस पिया अपनों भर दीयो
ऐसो नेह लगा बाँवरी कर दीयो
मोहे पिया नित सजनी बनाइयो
आज पिया......
मिलन सेज लगी पिया जी आओ
बहुत देर भई ना मोहे तरसाओ
तेरी चाह अपनी चाह बनाय लीयो
आज पिया.....
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