लाडली तेरी दया
लाडली तेरी कृपा है जो तेरी नज़र में हूँ
स्वामिनी तेरी दया है जो तेरी शरण में हूँ
जिसपर तुम कृपा हो करती उसको अपना लेती हो
प्रेम करुणा और दया के फूल बरसा देती हो
मुझ अधम पर नज़र की है जो तेरी शरण में हूँ
स्वामिनी तेरी दया.......
मुझको अपनी शरण रखना और कहाँ जाउंगी मैं
जगत सारा छोड़ आई तेरे चरणों में रह जाउंगी मैं
मेरी बिगड़ी है बनाई जो तेरी शरण में हूँ
स्वामिनी तेरी दया.......
बरसाने में रहने वाली बरसाना में वास दो
तेरे चरणों की सेवा हो मन में ये अब आस दो
तूने है अब लौ लगाई जो तेरी शरण में हूँ
स्वामिनी तेरी दया........
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