धन्य हो मयूरा
धन्य हो मयूरा तेरो पंख सीस साजे
तू रहे सीस हाथ मुरली विराजे
धन्य हो मयूरा......
बनके मयूर श्याम राधा को रिझावें
तेरो जैसो भाग कौन खग ऐसो पावे
मोर पंख श्याम मुकट में विराजे
धन्य हो मयूरा......
गह्वर वन मोर कुटी है बरसाना धाम
कैसो तेरो भाग मोर बन बन नाचे श्याम
मोर पंख श्याम मुकट में विराजे
धन्य हो मयूरा......
कौन तप कीन्हों तूने श्याम धन पायो है
श्याम ने तुझे अपने शीश लगायो है
मोर पंख श्याम मुकट में विराजे
धन्य हो मयूरा.......
मैं भी बन जाऊँ वृन्दावन का मोर ही
श्याम संग वास मिले श्याम मेरो ठौर ही
मोर पंख श्याम मुकट में विराजे
धन्य हो मयूरा.....
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