मेरी हर साँस
मेरी हर साँस तेरे नाम से ही चलती है
जाने क्यों तेरे नाम से हसरतें मचलती हैँ
मेरी हर साँस.......
अपने आगोश में ले लो नहीं दूर करो
अश्क़ बह जायेंगे यूँ ना हमको मजबूर करो
दिल ए नादान की हालत कहाँ सम्भलती है
मेरी हर साँस........
तेरा एहसास हो रहा मुझे कुछ ऐसे
तुम मुझ में ही उतर चुके हो जैसे
साँस तेरी मेरी सांसों में घुलती है
मेरी हर साँस.......
इश्क़ के दौर का हाल भी अजीब ही है
दूर है चाहो कितने रूह से करीब ही है
हरेक साँस तेरा नाम ले निकलती है
मेरी हर साँस.......
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