बताओ कैसे
टूटा सा दिल है मेरा
बोल तुझे बिठाऊँ कैसे
नहीं कोई बल कोई साधना
बोल तुझे रिझाऊँ मैं कैसे
नहीं सुनते बात मेरी तुम
तुमको बात सुनाऊँ कैसे
सुनते नहीं सदाएँ दिल की
फिर मैं हाल बताऊँ कैसे
मुरझा गए ख्वाब मेरे सब
दिल की कली खिलाऊँ कैसे
तुम्हीं पास आ जाओ मेरे अब
मत कहना ये आऊँ कैसे
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