संग मेरे खेले

संग मेरे खेले आँख मिचौली नटखट पिया बड़ो मेरो
हाय सखी मेरो घूंघट खींचे लाज ने मोहे घेरो
संग मेरे........

हाय सखी पिया बड़ो हठीलो बोल कहाँ मैं जाऊँ
ऐसो ही मेरी घूँघट खींचे लाज से मर मर जाऊँ
बहुत बचाई अखियाँ मैंने हाय सांवरिया ने घेरो
संग मेरे........

चुनरी खींचे बैयाँ मरोरे मोरी चूड़ी तोड़ डारी
हाय सखी मोहे घेर रह्यो है अंखियां है कजरारी
लाज के मारे झुक झुक जाएँ ये दो नैनन मेरो
संग मेरे.........

मैं ना सखी कोई नेह लगाऊँ पिया संग ना बोलूं
कर दीन्हों हाय मोहे बाँवरी हाय मैं इत उत् डोलूं
तिरछी नैन कटारी से चोट लगे हिय मेरो
संग मेरे.........

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