शरण में रखना

शरण में रखना मेरी स्वामिनी अब मैं तेरे चरण पडूँ
तेरा नाम पल भर ना बिसरे राधे राधे रटा करूँ
शरण में रखना.....

तुम हो करुणामयी स्वामिनी जीवन का आधार तुम्हीं
तेरा ही गुण गान करूँ मैं हो मेरा संसार तुम्हीं
तेरे दर पर आन पड़ी हूँ अब ना पीछे हटा करूँ
तेरा नाम पल भर.......

भटकूँ ना भव सागर में अब जीवन की हो ठौर श्यामा
तेरे सिवा पुकारूँ किसे अब मेरा नहीं कोई और श्यामा
रख लो सेवा में राधे बस तेरी सेवा किया करूँ
तेरा नाम पल भर.......

एक नज़र कृपा की लाडली बिगड़ी बात संवर जाए
जो पाए तेरे दर की चाकरी जीवन उसका सुधर जाए
महल बुहारूँ तेरा लाडली तन मन अर्पण किया करूँ
तेरा नाम पल भर ना बिसरे......

Comments

Popular posts from this blog

भोरी सखी भाव रस

घुंघरू 2

यूँ तो सुकून