कैसे भूलूँ याद तेरी आये

कैसे भूलूँ याद तेरी आए
पल पल मेरा जिया जलाए
कैसे भूलूँ.........

तेरी छवि मन से नहीं जाए
आँखों में पिया ना काहे समाए
काहे पिया पल पल तरसाए
कैसे भूलूँ ..........

तेरे बिन मेरा सूना है सावन
पास नहीं जो मेरा साजन
हाय पिया नहीं पल भी जाए
कैसे भूलूँ............

तेरे बिन पिया क्या जीवन मेरा
सूना सूना लगे हर और अँधेरा
बात जिया की किसे बतलाएं
कैसे भूलूँ............

इक पल मोरी ली ना खबरिया
बाँवरी भई पिया तेरी गुजरिया
रात दिन देखो पिया नैन बहाए
कैसे भूलूँ ...........

Comments

Popular posts from this blog

भोरी सखी भाव रस

घुंघरू 2

यूँ तो सुकून