काहे ना दीखे

काहे ना दीखे सखी मेरो सांवरिया
छुप छुप काहे री बजावे बाँसुरिया
काहे ना दीखे........

मत छेड़ो बांसुरी मेरो जिया जल जावे
मन बांवरा हाय पिया पिया गावे
जाऊँ सखी जमुना सों भरण गगरिया
काहे ना दीखे..........

काहे मोहे मुरली टेर सुनावे
कुञ्ज गलिन में हाय छिप जावे
ढूंढ्त ढूंढ्त भई मैं बांवरिया
काहे ना दीखे.........

हिय में उठे ऐसो सखी पीर
हिय जले मेरो नैनन सों नीर
ओ निर्मोही तेरी तड़पे गुजरिया
काहे ना दीखे...........

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