मेरा इश्क़ ऐसे करना

मेरा ऐसे इश्क़ करना सरकार की मर्ज़ी है
दीदार हो या रहे पर्दे में दिलदार की मर्ज़ी है
मेरा ऐसे इश्क़.........

जैसे तुम्हारी चाहत वैसे बने फ़साना
मुझे दर छोड़ तेरा साहिब कहीं नहीं जाना
मुझे रखना या लौटाना मेरे यार की मर्ज़ी है
मेरा इश्क़ ऐसे करना......

हूँ मैं खिलौना तेरा जैसे भी चाहो खेलो
ठोकर चाहे लगाओ चाहे चरणों में अपने ले लो
मुझे रखना या लौटाना मेरे यार की मर्ज़ी है
मेरा इश्क़ ऐसे करना ........

तेरी ही चाहतें हैं ये जो है इश्क़ मेरा
मेरा मुझमें कुछ रहा ना जो भी है साहिब तेरा
मुझे रखना या लौटाना मेरे यार की मर्ज़ी है
मेरा इश्क़ ऐसे करना .........

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