तेरे चले जाने के बाद

लिपट कर रोए तेरी तस्वीर से हम
तेरे चले जाने के बाद
देखते रहे परछाईं तेरी फिर
तेरे खो जाने के बाद
तुम थे तो आबाद थीं
दिल में कई हसरतें
तुम थे तो हो रहीं
थी तुमसे मोहबतें
अब क्यों जिए जाएँ
तेरे चले जाने के बाद

तुझसे बिछड़ने का एहसास
जला देता है फिर मुझे
अश्क़ बह रहे आँखों से
कहानी तेरी कह रहे मुझे
क्या मोहबत एक तरफ़ा होती
ऐसे तो कभी सुना नहीं था
अब जिए इस एहसास को
तेरे चले जाने के बाद

ज़िन्दगी का है सहारा
अब तेरी तस्वीर ही बस
आहों और अश्कों की बस्ती
है मेरी जागीर ही बस
दिन ब दिन अमीरी बढ़ रही
मेरी इस जागीर की ही
हो रही मैं रोज़ मालामाल
तेरे चले जाने के बाद

हाँ इक जिन्दा लाश हूँ अब
ज़िन्दगी कब की तमाम हुई
तुझे रोकने की सब कोशिशें
क्यों सब मेरी नाकाम हुई
अब लौटोगे तो क्या पाओगे
जो था कब का खत्म हुआ
अब सांसें भी रहें ना बाक़ी
करो आज कोई ऐसी दुआ
इश्क़ में फनाह हो गयी मैं
तेरे चले जाने के बाद

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