कन्हाई मेरे कन्हाई

कन्हाई !
मेरे कन्हाई
तुझ संग प्रीत लगाई
काहे सुधि दीनी बिसराई
कन्हाई !
मेरे कन्हाई

जब सों तुम संग लड़ गयी अखियाँ
नींद ना आवे मुझे सारी सारी रतियाँ
जागत रैन बिताई
काहे सुधि दीनी बिसराई
कन्हाई !
मेरे कन्हाई

जिया मेरा तड़पे नैन मेरो रोए
तुम बिन कान्हा कैसे चैन होय
अखियाँ भर भर आयीं
काहे सुधि दीनी बिसराई
कन्हाई !
मेरे कन्हाई

नाम तेरा मन में ही बोलूं
पिया पिया रटूं मुख से ना बोलूं
तेरी लग्न लगाई
काहे सुधि दीनी बिसराई
कन्हाई !
मेरे कन्हाई

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