आजा रसिया होरी खेलें
आजा रसिया अब होरी खेलें
फ़ाग चढ़ चढ़ आयो
रंग ले अपने रंग मोहे सांवरिया
और रंग ना भायो
रंग गुलाल उड़ उड़ रहे पवन में
ऐसो रंग बरसायो
मन मोरा भी रंग दे सांवरिया
देख अब फागण आयो
रंग दे चूनर अपने रंग में ही
लहंगा गयो रंगायो
भर भर मारे श्याम पिचकारी
ऐसो आनंद छायो
होरी के रसिया होरी खेलें
सखियाँ सब हर्षायो
श्यामाश्याम रंग चढ़ गयो मोहे
और रंग ना भायो
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