कुछ बातें

1
तेरे सिवा रखा क्या और इस ज़माने में
खुद को ही अब लुटा दूँ इश्क़ के नज़राने में
2
हसरतें दिल में कई दबा रखीं
तेरे इकरार से बेताब हुईं

अब तक छुप रहीं थीं कोने में
तेरे आने से बेनकाब हुईं
3
तुम्हीं तो हो जो वफ़ा निभाते हो
तेरा दर छोड़ कहां जाएँ हम

बस बना लो हमें अपना सनम
और किसे अपना अब बनाएं हम
4
कभी ये दिल ज़िद पे आ जाये
साथ रखना सम्भालना मुझको

गिर पडूँ जो जहां की दलदल में
हाथ रखना निकालना मुझको
5
अब जो आये हो तो रहना साथ में मेरे
तेरे बिन ज़िंदा कैसे रह पाएंगे
है इश्क़ तेरा अब जूनून मेरा
बिना इश्क़ के कैसे जी पाएंगे
6
कितनी हसरतें तूफ़ान सी आ रहीं अब
थाम लो अब सम्भाल लो साहिब
यूँ ही बह जाएँ ना तूफानों में कहीं
हाथ रखना निकाल लो साहिब
7
तुम ही हो जीने की वजह मेरे
तुझसे ही ज़िन्दगी मेरी है सनम
तेरी हर आरज़ू पे हो जाऊँ फनाह
तुझपे कुर्बान हर ख़ुशी है सनम

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