दे दो मुझे सहारा

दे दो मुझे सहारा तेरे दर का हूँ भिखारी
श्यामा तेरी शरण में बैठी है दुनिया सारी

सबकी हो सुनने वाली श्यामा दयानिधि हो
तुम ही मेरी हो पूजा तुम ही मेरी विधि हो
कहीँ और मैं क्यों जाऊँ मेरी बरसाने वारी
दे दो मुझे सहारा......

ये भी तेरी दया है तेरा नाम मुख पे आए
आए जो तेरे दर पे खाली कभी ना जाए
तेरे चरण भी चूमते मिले मुझे  बनवारी
दे दो मुझे सहारा......

बिगड़ी मेरी बना दो माना नहीं हूँ काबिल
नहीं कोई करम ऐसा बनके रहा मैं गाफिल
तेरी इक नज़र ने सबक तक़दीर है सवारी
दे दो मुझे सहारा......

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