लिखी मैंने पिया को पाती मोहन अब आ जाओ मोहन बोले राधे प्यारी नैन खोल यहीं पाओ मैं तो यहीं हूँ कहीँ गया ना तुमने क्यों नहीं देखा हो मेरी ही बाँहों में फिर क्यों विरह की रेखा राध...
मैं तो दर्द की बस्ती का एक बाशिंदा हूँ गम तो ये है अब तलक क्यों ज़िंदा हूँ नहीं किस्मत में मेरी शायद वफ़ा तेरी जो भी हो कबूल है साहिब ये अदा तेरी हाँ मुझे उम्र दराज़ यूँ ही बस सिसक...
कभी कभी तन्हाई भी भा जाती है मुझे सरकते हुए परदों से याद तेरी आती है मुझे तेरी याद है साथ मेरे और ये तन्हाई है जाने क्यों किस्मत में मेरी ही रुस्वाई है जाने क्यों साहिब ने मुझ...
आजकल इसी लहजे में जवाब आते हैं सबके सोचती हूँ की सबसे पूछना बन्द करदूं फितरत ही कुछ ऐसी बन गयी मेरी बात बात पर सबको जख्म ही दिए मेरे अंदर एक गुस्ताख शायर रहता है मुझे जीने नह...
बदसूरत हूँ रूह से भी इश्क़ क्या है न जानी कभी वो भी नादाँ हैं शायद जो समझ लिए उनको अपना थी मानी कभी क्या साहिब तुम भी देखते नहीं कुछ यूँ ही लिख देते हो मन माना नहीं काबिल हूँ इश्...
हे मेरे नाथ ! मेरी प्रार्थना सुनो मेरी बुद्धि क्यों भटक जाती है क्यों आपको छोड़ संसार के विषय भोग में लग जाती है क्यों इस बुद्धि से अहंकार नहीं जाता जो तुमसे मिलने नहीं देता ...
हाँ तेरे मिलने का एहसास हो रहा मुझको नज़र ने नहीं देखा पर रूह ने महसूस किया है नज़र को अब भी तलाश तेरी है रूह तो कब की ही तेरी थी समझ अब आया आ जाओगे एक दिन नज़र में भी तुम जब तक रूह तु...
हाँ साहिब गुस्ताख हूँ मैं अदब नहीं मुझे हो जाती है गुस्ताखी अब भी अगर कहूँ मुझे इश्क़ है तो ये और बड़ी गुस्ताखी हाँ यही तो की मैंने जन्मों जन्मों और मुझे आया भी क्या जो पास है ...
जाने कब ये अश्कों से भीगी रात जाए जाने कब होंठों से तेरी बात जाए जाने कब बन जाए वजह तू मेरे जीने की जाने कब भीगती हुई ये बरसात जाए जाने कब आगोश में भरोगे मुझे जाने कब इश्क़ तुम क...
गुस्ताख हूँ गुस्ताखी बन गयी आदत मेरी है वजूद मेरा भरा गन्दगी से कैसे हो इबादत तेरी गुस्ताख हूँ....... शमा के बदले दिल जलाए हैं मैंने जाने कितने अरमान मिटाए हैं मैंने यूँ ही जीना ...
नहीं जाओ प्यारे छोड़ मुझे क्यों आना जाना लगा हुआ अब आए हो तो रह ही लो ये दिल दीवाना लगा हुआ एक ही तीर से घायल हूँ तुमने कुछ ऐसे ही छोड़ा अब बचकर और जाऊँ कहाँ जब दिल पर निशाना लगा ह...
मेरी हर साँस तेरे नाम से ही चलती है जाने क्यों तेरे नाम से हसरतें मचलती हैँ मेरी हर साँस....... अपने आगोश में ले लो नहीं दूर करो अश्क़ बह जायेंगे यूँ ना हमको मजबूर करो दिल ए नादान की ...
आज इश्क़ की बरसात कर दो सनम ना खत्म हो कभी ऐसी रात कर दो सनम आज इश्क़ की...... जाने कबसे है तपिश दर्द है जलने का रुक गयी साँस मेरी नाम ना ले चलने का आज मुक़म्मल वो अधूरी मुलाकात करदो सनम ...
क्यों छोड़ जाते हो हमें यूँ जलने इश्क़ में जाना ही था तो कहते अपना बनाया क्यों अब हमें गम ए इश्क़ भी अज़ीज़ हो चला नहीं कहना अब हमको की दिल लगाया क्यों हम इस दर्द के साथ काट लेंगे तन...
कोई तो मोहन को हाल सुनाओ री सखी ! रूठ गए मोहन आज मनाओ री रूठ गए कान्हा आज मनाओ री कोई तो मोहन को....... कान्हा ने क्यों मेरे मन को चुराया छोड़ गए फिर नहीं अपना बनाया बाँवरी ने पल भी चैन ...
नहीं पाऊँ चैन सखी बिरह मेरो हिय जलावे कोउ तो जावे श्याम सुंदर सों सन्देस लावे रात दिन बाँवरी तेरी श्याम श्याम रटत है ऐसो पिया निष्ठुर भयो हाय कब लौट आवे बिरहों सो शूल मेरो ह...
मैं इक कोरा कागज़ सखी लिख दे पिया का नाम पाती बन जाऊँ पिया नाम की जाऊँ फिर पिया के ही धाम पिया लें सखी पाती हाथन में छुअन ते ही महक जाऊँ सखी पिया जो देखें नैनन सों आँखिन में उनको ...
तेरा इश्क़ हो गया है जीने की वजह मेरी मुझपर हुई जो रहमतें साहिब ये अदा तेरी तेरा इश्क़...... जब से हुई है रूह को तलब तुम्हारी बढ़ती ही जा रही है पल पल बेकरारी तुम पर हो चुकी सजीब रूह फ़ि...
ईश्वर जब रचे सृष्टि मन में किये विचार देखूं कैसा बन रहा कैसा ये संसार मन में भाव हुआ देखने को कैसा स्वरूप् आह्लादिनी शक्ति ईश्वर की राधा नाम अनूप निर्गुणात्मक शक्ति ब्रह...
पिय पिय रटत ही मैं आप ही पिया भई नाय जानूँ कौन पिया अब नाय मैं कौन ही पिय पिय रटूं पिया जी लूँ संग तेरे पिया पिय मेरो संग नाचे मैं बजाऊं बाँसुरिया मगन नाचे पिया मेरो मैं भी पिय...
मन को मयूर नाचे पिया थामो हाथ ही पिया पिया रटूं सखी पिया मेरे साथ ही मन को मयूर....... पिया तू बजा बांसुरी मैं नाच दिखाऊं तेरी बंसी की धुन पर वारी वारी जाऊँ संग रहो पिया मेरे अब दिन ...
नैनों में निंदिया ना आये बलम मेरो ले गए निंदिया सखी री ! बलम मेरो ले गए निंदिया जागते ही काटूं हाय सारी सारी रतियाँ सखी री ! बलम मेरो ले गयो निंदिया बेदर्दी ने बात ना मानी सखी ...
मुझे बस मेरी मन्ज़िल से वास्ता हो तुझको ही देखूं जो भी रास्ता हो साथ रहे कोई या दूर रहे मुझसे मेरा रिश्ता कभी नहीं टूटे तुझसे हर किसी में तेरा दीदार हो मुझे प्रेम तेरे चरणों स...
मुझे बस मेरी मन्ज़िल से वास्ता हो तुझको ही देखूं जो भी रास्ता हो साथ रहे कोई या दूर रहे मुझसे मेरा रिश्ता कभी नहीं टूटे तुझसे हर किसी में तेरा दीदार हो मुझे प्रेम तेरे चरणों स...
प्रेम प्रेम कहे जग सारा प्रेम है क्या मैं क्या जानू भई तेरी बाँवरी कान्हा और किसी को ना मानूँ तुम ही मेरे प्राणधन प्रियतम तुम कान्हा बांसुरी धारी जब से लखि सुरतिया तेरी सु...
हाय दे गयो दर्द इश्क़ दे हुण पीड़ ना मेरी देखे कोई क्यों लाइयां अखियाँ मैं सजणा तेरी याद विच सजणा नित रोईं हंजू वगदे रात दिन मेरे हाय तू क्यों खबर ना लिती कोई क्यों दस् मैनू कम...
प्रेम प्रेम कहे जग सारा प्रेम है क्या मैं क्या जानू भई तेरी बाँवरी कान्हा और किसी को ना मानूँ तुम ही मेरे प्राणधन प्रियतम तुम कान्हा बांसुरी धारी जब से लखि सुरतिया तेरी सु...
प्रेम प्रेम कहे जग सारा प्रेम है क्या मैं क्या जानू भई तेरी बाँवरी कान्हा और किसी को ना मानूँ तुम ही मेरे प्राणधन प्रियतम तुम कान्हा बांसुरी धारी जब से लखि सुरतिया तेरी सु...
प्रेम प्रेम कहे जग सारा प्रेम है क्या मैं क्या जानू भई तेरी बाँवरी कान्हा और किसी को ना मानूँ तुम ही मेरे प्राणधन प्रियतम तुम कान्हा बांसुरी धारी जब से लखि सुरतिया तेरी सु...
मुझे बुला लो तुम श्यामा तेरे दर पर आना है मेरी लाडली प्यारी का धाम बरसाना है मुझे बुला लो तुम..... बरसाने में श्यामा तेरी ऊँची अटारी है बड़ी भोरी है श्यामा लाडली बड़ी प्यारी है जग ...
हर पल तेरा ध्यान करुँ ऐसी कृपा कर दो श्यामा तेरे चरणन में रहे मन मेरा ऐसा मुझे वर दो श्यामा हर पल तेरा...... तेरी कृपा हो तो ही लाडली तेरे ही गुण गाऊँ मैं राधा राधा रटूं निरन्तर श्य...