युगल सेवा
चलो सखी युगल को लाड हम लड़ावें
युगल चरण की थोड़ी सेवा कर आवें
कोई देयो बीरा कोय चरण दबाओ री
सेवा करो युगल की तभे सुख पाओ री
भाव में कीजो सेवा युगल किशोर की
सेवा में रहिये साँझ और भोर की
मञ्जरी दासी कभै निंदिया ना पावे री
सदा अपने युगल को लाड लडावे री
कबहुँ तो सेवा मिलेगी युगल चरण की
भरोसा राखियो किशोरी की शरण की
हाथ पकड़ किशोरी आप ले जावेगी
दासी अपनी को लाड़ली नहीं बिसरावेगी
नित नित युगल की सेवा में रहियो री
युगल मेरे सुख पावें नित नित कहियो री
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