अब बिरहन की लीजो खबरिया

अब बिरहन की लीजो खबरिया
मुरली सुनाओ मेरे साँवरिया

कैसे सुनाऊँ हिय की बतियाँ
नैनन माँहि बीते सारी रतियाँ
दूर देस हाय तेरी नगरिया
अब बिरहन की लीजो खबरिया
मुरली सुनाओ मेरे साँवरिया

तुम बिन प्रियतम प्राण मेरो जावे
कोऊ तेरा संदेसा नाँहि आवे
व्याकुल भई मोहना तेरी बांवरिया
अब बिरहन की लीजो खबरिया
मुरली सुनाओ मेरे साँवरिया

या मिल जावो या प्राण हरो मेरो
व्याकुल हिय पिया नाम रटे तेरो
धीर धरे कैसो हाय तेरी गुजरिया
अब बिरहन की लीजो खबरिया
मुरली सुनाओ मेरे साँवरिया

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