मुझे मुझसे तुम चुरा लो
मुझे मुझसे तुम चुरा लो नहीं कोई अब तमन्ना
तेरे जो ना हुए तो किसी और का क्या बनना
तुम ही बनो जाम मेरे तुम ही बनो साकी
तू ही तू रहे बस और कुछ रहे ना बाक़ी
जो तेरे हम ना हो सके इस जिंदगी का क्या करना
मुझे मुझसे तुम चुरा लो नहीं कोई अब तमन्ना
तेरे जो ना हुए तो किसी और का क्या बनना
बहने दो आज अश्कों को मेरे लफ्ज़ भी रोते हैं
तू भी देखले एक बार क्या दर्द दिल के होते हैँ
नहीं जान भी निकलती नहीं तेरी गली चलना
मुझे मुझसे तुम चुरा लो नहीं कोई अब तमन्ना
तेरे जो ना हुए तो किसी और का क्या बनना
तू इक बार ही कहदे हमें जो भी हो मर्ज़ी तेरी
तुझे कभी इश्क़ करूँ मैं नहीं इतनी औकात मेरी
तू बन जाए मेरी शमा मुझे परवाने सा है जलना
मुझे मुझसे तुम चुरा लो नहीं कोई अब तमन्ना
तेरे जो ना हुए तो किसी और का क्या बनना
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