मैं निर्धन हूँ श्यामा किशोरी

मैं हूँ निर्धन श्यामा किशोरी नाम अपने का धन देना
सदा करे जो ध्यान तुम्हारा ऐसा निर्मल मन देना

तुम्हारी कृपा से ही श्यामाप्यारी मैं तेरा गुणगान करूँ
हूँ मूर्ख और अज्ञानी फिर भी मैं इतना अभिमान करूँ
तेरा ही यश करूँ सदा मैं ऐसा नाम भजन देना
मैं हूँ निर्धन .......

सुना है मेरी बरसाने वारी अधमों को गले लगाती हो
भूला भटका आया जो दर पर सबको गले लगाती हो
पल पल तेरा नाम रटूं मैं ऐसा मुझे सुमिरन देना
मैं हूँ निर्धन.......

तेरा द्वार छोड़ लाडली अब मेरी कोई ठौर नहीं
तुम्हीं हो जीवन मेरी प्राणधन तेरे बिना कोई और नहीं
भाव पुष्प रहूँ सदा चढ़ाती ऐसा खिला चमन देना
मैं हूँ निर्धन........

हूँ बेब्स हर और से श्यामा मुझे बस तेरी ही आस है
पतित को भी अपनाओगी ऐसा मुझे विश्वास है
प्रेम की ज्योति सदा रहे जलती अपनी कृपा से अग्न देना
मैं हूँ निर्धन श्यामा किशोरी नाम अपने का धन देना
सदा करे जो ध्यान तुम्हारा ऐसा निर्मल मन देना
श्यामा अपने नाम का धन देना
किशोरी अपने नाम का धन देना

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