तुम आते हो

कभी लगता है
तुम आते हो
आये थे क्या
बिना मिले ही लौट गए
क्यों तुम्हारा एहसास नहीं हुआ
आते हो
तो बताते क्यों नहीं
कभी बात ही कर लूँ
दो घड़ी
कुछ राहत हो
तुम्हारे एहसास से
कुछ बात करती
कुछ तुम बोलते
क्यों नहीं बताते
क्यों एहसास नहीं देते
आते हो
लौट गए
जब तुम थे
मैं नहीं
अब मै हूँ
तो तुम नहीं
कभी ऐसे भी हो
हम तुम दोनों ही हों
काश
अब आओ
तो बताना मुझे
मुझे जीना है
तुम्हारे साथ ही
क्योंकि
तुम्हारे सिवा
अब कुछ नहीं
कुछ नहीं

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