हाँ देखा है

हाँ मैंने नदी को बहते देखा है

फूल को खिलते हुए देखा है

कलियों को चटकतेे हुए देखा है

मोर को नाचते हुए देखा है

हवाओं को बहते हुए देखा है

बारिश को बरसते हुए देखा है

पेड़ को छाया देते देखा है

फूल को खुशबु देते देखा है

मुझे ये सब तुम्हारा ही एहसास देते हैं

खामोश रहो या जुबान से बोलो

हर और तुम ही तुम हो

तुम हो मेरे कान्हा तुम ही हो

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