काहे पिया ना सुधि ले मोरी
काहे पिया ना सुधि ले मोरी
काहे पिया ना सुधि ले मोरी
कबते बैठी विरहणी बाट निहारे तोरी
कबते बैठी विरहणी बाट निहारे तोरी
निसदिन बरसे नैन हमारे
निसदिन बरसे नैन हमारे
जब से पिया परदेस पधारे
जब से पिया परदेस पधारे
सुना पड़ा जीवन मोरा सखियो
सुना पड़ा जीवन मोरा सखियो
हाय ज्यूँ चन्दा बिन चकोरी
हाय ज्यूँ चन्दा बिन चकोरी
काहे पिया.........
सूना बीत गयो मोरा सावन
सूना बीत गयो मोरा सावन
तेरी विरहणी रही अभागिन
तेरी विरहणी रही अभागिन
पीर ना जाने मन की सखियो
पीर ना जाने मन की सखियो
कर गयो सखियो बरजोरी
कर गयो सखियो बरजोरी
काहे पिया........
दिवस ना बीते ना बीतें रतियाँ
दिवस ना बीतें ना बीतें रतियाँ
कासो कहूं सखी मन की बतियाँ
कासो कहूँ सखी मन की बतियाँ
सूना गयो फागण भी मेरो
सूना गयो फागण भी मेरो
कैसी बीते पिया बिन होरी
कैसी बीते पिया बिन होरी
काहे पिया...........
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