मैंने कब प्रेम किया मैंने कब किया समर्पण नाता जग से नहीं छूटा कैसे तुम्हें जीवन करूँ अर्पण केवल भृम् की प्रेम की किया है प्रेम होता है सुख देना नहीं सुख कभी दे पाई प्रियतम ...
मैंने कब प्रेम किया मैंने कब किया समर्पण नाता जग से नहीं छूटा कैसे तुम्हें जीवन करूँ अर्पण केवल भृम् की प्रेम की किया है प्रेम होता है सुख देना नहीं सुख कभी दे पाई प्रियतम ...
जैसो इच्छा हो मम स्वामिनी वैसो अब राखो मोहे चरण कमल में वास अब दीजो विनय करूँ लाडली तोहे निज चरणन अभिलाष देयो चरणन राखो स्वामिनी मोय तेरी ठौर है मेरो स्वामिनी नहीं और ठौर अ...
तेरे इश्क़ का खुमार है हमें इश्क़ करने से फुर्सत नहीं तू भी तो बेकरार है हमें इश्क़ करने से फुर्सत नहीं बह रहा है इश्क़ तेरा अब मेरी नस नस में क्यों हो रही है बेखुदी कुछ रहा ना मेर...
जैसो इच्छा हो मम स्वामिनी वैसो अब राखो मोहे चरण कमल में वास अब दीजो विनय करूँ लाडली तोहे निज चरणन अभिलाष देयो चरणन राखो स्वामिनी मोय तेरी ठौर है मेरो स्वामिनी नहीं और ठौर अ...
लीला उस लीलाधारी की मैं मूर्ख क्या जानूँ जी मैं तो दासी बिना मोल की उनको अपना मानूँ जी ये अभिलाषा सेवा में रखें सेवा करना चाहूँ जी सेवा का भी भान रहे ना ऐसी करुणा माँगू जी मे...
तेरे चरणों से लिपटी रहूँ मैं सदा श्यामा घुँगरू बना लो मुझे पायल का तेरे चरणों से......... मुझको तेरे चरणों का सहारा मिले मुरझाई इस दिल की कली खिले तेरे चरणों में रहे मन मेरा सदा श्...
छवि देख देख मनमोहन की मन मेरो नित नित उमंग भरे कैसो सिंगार किये मोहना मनमोहनी छवि मेरो चित हरे भूली सखी मैं सुधि अपनी दृग कजरारे मादकता भरे अंग अंग से तेरो रस बरसे तेरो रूप ...
तेरी मोहक छवि श्यामा निहारूँ कैसे तुम्हें अखियों में अपनी उतारूँ कैसे रख लो अब मुझे अपने चरणों में मेरी किस्मत है बिगड़ी स्वारूँ कैसे तेरी मोहक छवि......... झील सी गहरी हैं श्याम...
मेरी राधे मेरी स्वामिनी हूँ मैं अयोग्य हर अवगुण है मुझमें लोभ हो गया है आपकी सेवा का हूँ लोभी चन्चल हूँ क्योंकि मन टिकता नहीं संसार में आपके चरणों के ध्यान मात्र को लौट आत...
हाँ कुछ दर्द है जुदाई का यही राज़ मेरी तन्हाई का छोड़ दिया जमाने भर ने मुझे नहीं साथ कोई परछाईं का यहां दर्द के बजते हैं बस सितार कोई शोर नहीं शहनाई का यूँ ही तड़पने दो दर्द में ह...
क्यों है पर्दा मुझसे ये कैसी अदा है तुमसे दूर रहना क्यों मेरी सज़ा है पर्दे में छिपे हो मुस्कुरा रहे हो यूँ ही दूर रखकर बहला रहे हो क्यों तड़पाने में ही तुमको मज़ा है तुमसे दूर ...
प्रेम डगर मत चलियो सखी री प्रेम गली अति सांकरी ! मत निरखियो वाकी चितचोर मुस्कनिया मत सुनियो बांसुरी !! मत कीजो प्रेम सखी प्रेम पीर होय बहुत गहरी ! सुधि नहीं लीजो पिया बीत अब गई ...
है मंजूर पर्दा तेरा अगर है तेरी ख़ुशी क्यों फिर पर्दा हटाने का गुनाह करें हम हसरत ए दीदार तो हमको है कई मुद्दत से गर तुम ना चाहो क्यों बेपर्दा करें हम इश्क़ हो जाए और यार भी मिल ...
सोचती हूँ आज किसी की नहीं मानूंगी अपने मन की करूंगी फिर सोचा क्या क्या करूँ सब सोच ली पर कुछ हुआ नहीं कुछ भी नहीं हुआ वही जो तुम चाहते थे तो तुम ही रहो तुम ही चाहो मुझे क्यों ल...
झूठा ही दम भर लिया मैंने क्या जानूँ बेकरारी इश्क़ की जाने कब होगा इश्क़ मुझे कब होगी खुमारी इश्क़ की अभी तो दिल जला नहीं मेरा जाने कब होगी बीमारी इश्क़ की कब तुम बाँहों में भरोग...
प्रेम कैसा है आपका प्रेम कभी कभी एहसास होता है फूलों की खुशबू में हवाओं की छुअन में डालियों के हिलोरों में पानी की लहरों में फ़िज़ा की खुशबू में पक्षियों के गीतों में घुँगर...
नहीं कहूँगी नहीं बुलाऊंगी मत आना नही काबिल मत आना मत सुनो कोई पुकार सब झूठ सब धोखा तुम तो जानते हो सब तभी तो नहीं आते हाँ मत आना उधर जाओ जो रो रहा सिर्फ तुम्हारे लिए हो हर हाल ...
खिलौना हाँ बना लो अपने हाथों का जैसे चाहे खेलो जैसे मर्ज़ी घुमाओ कोई शिकवा नहीं कोई शिकायत नहीं पर एक बात मान लो तुम इस खिलौने में दिल मत डालना डाल दिया तो ले जाना उस दिल को अ...
कौन पढे ग्रन्थ और कौन रटे वेद मैंने ! तेरो नाम पिया मेरो मुख सो निकसत नहीं !! मन में बोलूं पिया पिया मेरो कान्हा ही ! हाय मेरो जिव्हा तेरा नाम भी बोलत नहीं !! कैसो नेह लगाया पिया ना...
देख जलते हैँ अरमान दिलके और तुम आते ही नहीं रूह कब से दीदार को तड़पे और तुम आते ही नहीं भूल गयी मैं सब इश्क़ करके और तुम आते ही नहीं जाम दे दो एक भर के और तुम आते ही नहीं एक नज़र भी नह...
हाँ सखी ले जाओ जल्दी सब पुष्प माल बनाओ निकुंज सजाओ प्रिया प्रीतम जी आवेंगे देखो सखी तुम विलम्ब ना कीजो प्रिया प्रीतम जी आवेंगे माल बनाओ जी विवध पुष्प की प्रिया प्रीतम जी ...
श्याम पिया मैं तेरी नज़र उतारूँ बलि बलि जाऊँ तन मन वारूँ श्याम पिया........ ऐसो पिया तेरो रूप सलोना देखे जो करे उस पर टोना नज़र हटे ना पल भी मेरी मन करे हर पल तुझको निहारूँ श्याम पिया......
नहीं आता तो सिखा दो इश्क़ मुझे तुम्हीं से सीख़ तुम्हीं से करना मुझे क्यों नहीं सुनते सदा मेरे दिल की तुम क्यों अब तक नहीं आया मरना मुझे देखो कितनी दौलत है यहां आहों और अश्कों क...
इक तू चाहिदा तेरा प्यार चाहिदा मैनू कुझ होर नहीं दिलदार चाहिदा बस तू चाहिदा.......... मेरी चाह नहीं की दौलत मिले दुनिया भर दी कोई शोहरत मिले तेरे कदमां विच मेनू जगह मिले तेरा प्या...
इक तू चाहिदा तेरा प्यार चाहिदा मैनू कुझ होर नहीं दिलदार चाहिदा बस तू चाहिदा.......... मेरी चाह नहीं की दौलत मिले दुनिया भर दी कोई शोहरत मिले तेरे कदमां विच मेनू जगह मिले तेरा प्या...
इक तू चाहिदा तेरा प्यार चाहिदा मैनू कुझ होर नहीं दिलदार चाहिदा बस तू चाहिदा.......... मेरी चाह नहीं की दौलत मिले दुनिया भर दी कोई शोहरत मिले तेरे कदमां विच मेनू जगह मिले तेरा प्या...
हुण आजा मेरे चन्न वे उडीकां विच ही ना मुक् जावां क्यों दूर हैँ मेरे तों तेरियां तकदी हाँ नित राहां हुण आजा...... नहीं दूर हुण रह सकदी हाय कुझ वी नहीं कह सकदी पीड़ इश्के दी सजणा बुर...
इक तू चाहिदा तेरा प्यार चाहिदा मैनू कुझ होर नहीं दिलदार चाहिदा बस तू चाहिदा.......... मेरी चाह नहीं की दौलत मिले दुनिया भर दी कोई शोहरत मिले तेरे कदमां विच मेनू जगह मिले तेरा प्या...
क्यों बढ़ाते हो बेकरारियां रह नहीं सकेंगें हम क्या है हाल ए दिल सनम कह नहीं सकेंगें हम क्यों बढ़ाते हो........ ना बढ़ाओ धड़कनें इतनी की सुन भी नहीं पाओ मत बिखराओ मुझे इतना कि तुम चुन भी...
तेरी मोहबत है ज़िन्दगी मेरी बिना तुम्हारे जी कैसे पाऊँ तुम्हीं सुनो हाल ए दिल मेरा और कहो अब किसे सुनाऊँ रहूँ तेरे आगोश में हर पल यही सनम है मेरी तम्मना नहीं लौटाना मुझे तु...
किशोरी यही अभिलाषा मेरी बनूं तेरो चरणन की चेरी स्वामिनी यही........ तेरो चरणन नित नित दबाऊँ श्यामा दासी तेरो मैं कहाऊँ मोहे निज शरण लीजो स्वामिनी अब करो नहीं जी कोई देरी स्वाम...
आपका प्रेम अद्भुत है क्या कहूँ ये कलम भी आपने दी इस प्रेम की सौगात क्यों लिखवाये मुझसे क्या मन की नहीं समझते आप सब समझते हो फिर क्यों क्यों दी कलम आज तक कुछ लिख नहीं सकी जिसस...
वृन्दावन धाम की महिमा क्या कोई गायेगा जिस पर दया करें मेरी श्यामा वही बुलाया जायेगा कीजो प्रणाम जी यमुना महारानी को श्याम प्रिया कालिंदी है इस रस रानी को ये जब कृपालु हों ...