सकल व्यसन
सकल व्यसन छूटे मेरो राधा नाम सों व्यसन लागै अति भारी
बाँवरी होय टेरत रहूँ राधे राधे जे विनती सुन लीजौ अबहुँ प्यारी
चरण तेरे माँहि ध्यान मग्न रहे राखो ऐसो मोहे बरसाने वारी
और कछु मांगू नाय नाम ना बिसरे क्षण को बाँवरी होय दासी तिहारी
राधा राधा राधा राधा नाम न छूटे राधा नाम पर जाऊँ बलिहारी
कोऊ विधि रीझे प्यारी ऐसो न बुद्धि होय मूर्खमति अज्ञानी हारी
राधा राधा नाम सुन ही रीझ जावे ऐसो दयालु करुणामय सुकुमारी
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