इश्क़ के तूफान
इश्क़ के तूफान दिल मे दबाए बैठे हैं
तेरा ही रोग इस जान को लगाए बैठे हैं
तेरे ही दर्द में कटती नहीं है रातें मेरी
कितने अरमान इस दिल के जगाए बैठे हैं
इश्क़ के तूफान .....
तेरे इंतज़ार में जिन्दगी खत्म हुई मेरी
फिर भी आँखें राहों में बिछाए बैठे हैं
इश्क़ के तूफान .......
खुद को नीलाम कर दिया तेरे ही नाम पर
तेरी चौखट पर बिके बिकाये बैठे हैं
इश्क़ के तूफान .......
क्या करें अब इंतज़ार नहीं होता हमसे
नाम तेरा साँसों में समाए बैठे हैं
इश्क़ के तूफान ......
हर आहट पर लगता है तुम ही आए हो
नज़रें तेरी राहों में ही लगाए बैठे हैं
इश्क़ के तूफान ........
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