जाने क्यों रूठे मोरे सजना
जाने क्यों रूठे मोरे सजना
सूना पड़ा मेरो घर अँगना
आप ना आवें न भेजें संदेसवा
बैठ गए सखी दूर बिदेसवा
बाजे ना पायलिया खनके ना कंगना
जाने क्यों रूठे मोरे सजना
सूना पड़ा मेरो घर अँगना
सजना बिना सिंगार ना भावे
बिरहन राह देख जिया जलावे
भावे कोई सखी कोई संग ना
जाने क्यों रूठे मोरे सजना
सूना पड़ा मेरो घर अँगना
आवें सुने मेरे हिय की बतियाँ
रैन झरें बीतें ना बैरी रतियाँ
खिझावे चंदनिया जा कर मोहे तंग ना
जाने क्यों रूठे मोरे सजना
सूना पड़ा मेरो घर अँगना
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