जब तलक न दीदार
जब तलक ना दीदार पाऊँ मुझको सुकूँ न देना
हो बस तुमसे ही मोहबत कुछ ऐसा जूनून देना
मेरी रूह को ना देना पल का करार प्यारे
बस मेरे तुम ही तुम हो ये देना खुमार प्यारे
यही हसरते तलब ही मुझको हुज़ूर देना
जब तलक ना दीदार पाऊँ मुझको सुकूँ न देना
हो बस तुमसे ही मोहबत कुछ ऐसा जूनून देना
तेरा नाम जब मैं भूलूँ वो दिन कभी ना आए
हो बेखुदी हमेशा दिल तेरा नाम सदा गाए
मेरा बन जाओ तराना ऐसा मुझको सुरूर देना
जब तलक ना दीदार पाऊँ मुझको सुकूँ न देना
हो बस तुमसे ही मोहबत कुछ ऐसा जूनून देना
तेरा बिन जीना प्यारे किस काम की उम्र है
बिन तेरे जन्नत में भी मुझको कहाँ सब्र है
तुम मेरे हो मेरे ही रहना ऐसा गुरुर देना
जब तलक ना दीदार पाऊँ मुझको सुकूँ न देना
हो बस तुमसे ही मोहबत कुछ ऐसा जूनून देना
बस तेरी ही मोहबत से चलती हो साँस मेरी
तू ही मेरी है मंजिल मुझको है आस तेरी
तेरी ही करूँ मैं चाकरी ये खिदमत हुज़ूर देना
जब तलक ना दीदार पाऊँ मुझको सुकूँ न देना
हो बस तुमसे ही मोहबत कुछ ऐसा जूनून देना
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