तुम बिन गुज़रती

तुम बिन गुज़रती है क्या हम पर मोहन
तेरे बिना हाल ए दिल हम दिखाएँ किसे
तुम जो सुनो ना मेरे दिल की कहानी
तो बोलो फिर हम अब ये सुनाएँ किसे

रहते हो तुम ही मेरे दिल में मोहन
फिर भी ये आँखें दीदार को तरसें
धड़कता है दिल ये तेरा नाम लेकर ही
हम इस दिल की धड़कन सुनाएँ किसे
तुम बिन गुज़रती है.......

हाल ए दिल मेरा क्या तुमसे छिपा है
तुम तो कही अनकही सब ही समझते
ख़ुशी हो या गम हो तुम्हीं से सब मेरा
तुम्हारे बिना मोहन हम सुनाएँ किसे
तुम बिन गुज़रती है.......

दिल में तुम्हीं हो ख्यालों में भी तुम ही
तुम्हीं हो जवाबों में और सवालों में तुम ही
तुम ही से रोशन है मेरी ज़िंदगानी
दर्द अब ये दिल के हम बताएं किसे
तुम बिन गुज़रती है क्या हम पर मोहन
तेरे बिना हाल ए दिल हम दिखाएँ किसे
तुम जो सुनो ना मेरे दिल की कहानी
तो बोलो फिर हम अब ये सुनाएँ किसे

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