रोएँ ये नैना
रोएँ ये नैना
पगले से है ना
तू क्यों बना अनजान
क्यों हूँ मैं दूर
क्यों इतनी मज़बूर
हाय मेरी निकलती है जान
जलता है दिल
अब तो आ मिल
बिखर रहे अरमान
रोएँ ये नैना
पगले से है ना
तू क्यों बना अनजान
क्यों हूँ मैं दूर
क्यों इतनी मज़बूर
हाय मेरी निकलती है जान
तू ही है हमसफ़र
जाने कब ले खबर
उठते हैं कितने तूफ़ान
रोएँ ये नैना
पगले से है ना
तू क्यों बना अनजान
क्यों हूँ मैं दूर
क्यों इतनी मज़बूर
हाय मेरी निकलती है जान
इस दर्द की पीना
मुश्किल हुआ जीना
हुआ सूना दिल वीरान
रोएँ ये नैना
पगले से है ना
तू क्यों बना अनजान
क्यों हूँ मैं दूर
क्यों इतनी मज़बूर
हाय मेरी निकलती है जान
मैं हूँ जब तेरी
लगाई क्यों देरी
नहीं कोई तेरा नाम निशान
रोएँ ये नैना
पगले से है ना
तू क्यों बना अनजान
क्यों हूँ मैं दूर
क्यों इतनी मज़बूर
हाय मेरी निकलती है जान
जख्म मेरे हैं हरे
कौन अब दवा करे
तू ही अब दर्द पहचान
रोएँ ये नैना
पगले से है ना
तू क्यों बना अनजान
क्यों हूँ मैं दूर
क्यों इतनी मज़बूर
हाय मेरी निकलती है जान
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