तेरे द्वारे आई हूँ
तेरे द्वारे आई हूँ अब खाली नहीं जाना
दया करना मेरी श्यामा रख लो मुझे बरसाना
तेरे द्वारे आई हूँ......
तेरे द्वार पे जो आया तूने गले लगाया है
अधमों और पतितों को भी अपना बनाया है
मेरी विनती सुन श्यामा मुझको भी अपनाना
तेरे द्वारे आई हूँ........
सबकी विनती श्यामा तू ही सुनने वाली है
मेरी कोई ठौर नहीं बरसाने वाली है
आशा है निर्धन की चरणों में जगह पाना
तेरे द्वारे आई हूँ .......
मेरा मन यही गाए तेरा नाम रटूं श्यामा
जीवन ऐसा बन जाए तेरी सेवा करूँ श्यामा
अब इच्छा है श्यामा बस तेरी हो जाना
तेरे द्वारे आई हूँ.........
हर लता पता श्यामा तेरा नाम ही रटती है
ज़िन्दगी भी वही सच्ची जो तेरा सेवा में कटती है
दया करना किशोरी अब मेरा धन हो जाना
तेरे द्वारे आई हूँ.........
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