हाल ए दिल
आज मैंने खुद से अपना ही हाल पूछा
और हैरान हूँ मेरे दिल को कुछ खबर नहीं थी
पूछा इतना तो बता की वो मिले या नहीं
और जवाब आया वो मिल कर भी नहीं मिले और नहीं मिलकर भी मिल गए
अब हाल ए दिल क्या है ये इसको भी खबर नहीं
फिर पूछा की तू ज़िंदा है क्या
जवाब आया उनके बिन ज़िंदा तो नहीं पर उनके एहसास ने मरने न दिया
अब इस दिल को ये भी एहसास नहीं
फिर पूछा तेरी साँस चलती है क्या
जवाब मिला उनके नाम से चलती थी कभी अब मुझे भी नहीं पता
क्या हाल है मेरा अब मुझे भी खबर नहीं
मेरी खबर रखने वाले देख शायद तुझे कुछ अंदाज़ा हो
ज़िंदा हूँ य नहीं
साँस चली या नहीं
और
तू है या नहीं
अब तू ही बता
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