मुझे अपनी कीजो राधे

मुझे अपनी कीजौ राधे मेरा कोई और नहीं
तेरे चरणों बिना श्यामा मेरी कोई ठौर नहीं

दुनिया ने ठुकराया तेरे दर पर आई हूँ
अब तुम नहीं कहना की मैं पराई हूँ
तेरा नाम जपूं राधे ये भी मेरा जोर नहीं
मुझे अपनी कीजो......

मुझे चरणों की सेवा दो ये जीवन सुधर जाए
तेरे दर के बिना श्यामा बाँवरी किधर जाए
तेरी ऊँची अटारी पर नाचूं बन मोर अभी
मुझे अपनी कीजो......

तेरे महल बुहारा करूँ तेरे कुञ्ज सजाऊँ मैं
मेरी लाडली को सुख हो तो सुख पाऊँ मैं
श्याम चन्दा है तो मेरी श्यामा चकोर ही
मुझे अपनी कीजो....

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