पिया अब
पिया अब मोते रह्यो ना जावे
हाय कबहुँ लेयो सुधि मेरो
रैन दिवस तड़पूं पिय पिय कह
बिन पिय हिय को ताप घनेरो
पिया अब .......
देख देख बदरा जिया अकुलावे
जाने कौन घड़ी पिया आवे
नाचे मयूरा पपीहा काहे बोले
बिरहनी को जिया जलावे
पिया अब ........
कारे कारे बदरा तेरी याद दिलावे
पिया बिन कौन मोहे झूला झुलावे
हाय सखी पीर हिय में भारी
साज सिंगार मोहे कछु ना भावे
पिया अब.......
कौन घड़ी आओ मोहे देयो संदेसा
मेटे मेरो मन को घोर कलेशा
कैसो बीते दिन रैन सखी मेरो
पल पल भारी मेरो जिया जलावे
पिया अब.......
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