मैया क्या तू मेरे संग
मैया !क्या तू मेरे संग खेलेगी आ खेलें आँख मिचौली
संग आए मेरे ग्वाल बाल सभी देख मेरी सब टोली
मैया बोली मैं ना खेलूं लला घर को काम बहुतेरों
माखन मुझे बिलौना कान्हा काम बड़ो है मेरो
ऐसो बोलके मैया जसोदा रसोई घर को हो लीं
मैया !क्या तू........
लाल मेरे बलराम बुलाओ ले आओ सखा सारे
तुम खेलो अंगना में मेरो मैया तेरी निहारे
बात समझ रहे नन्हे कान्हा मैया क्या है बोली
मैया !क्या तू...........
मैया जसोदा ने कान्हा के नेत्र बन्द किये प्यारे
छिप जाओ बलराम और छिप जाओ ग्वाले सारे
तीन लोक के स्वामी को खेला रही जसोदा भोली
मैया !क्या तू...........
इधर छुपा तेरा दाऊ भैया क्या पकड़ कर लाऊँ
नहीं मैया बलदाऊ को नहीं श्री दामा को चोर बनाऊँ
पकड़ लिया कान्हा ने श्री दामा सब मिल बजाई ताली
मैया !क्या तू.........
भाव विभोर हुई जसोदा देख देख मुस्काय रही
जीत्यो है सुत मोर मात जसोदा गाय रही
चतुर शिरोमणि नटखट कान्हा और मैया बड़ी भोली
मैया ! क्या तू...........
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