नित् नित् लाड

नित नित लाड लड़ाऊँ श्यामा बलिहारी मैं बलिहारी
सेवा का सुख पाऊँ श्यामा बलिहारी मैं बलिहारी

लाडली छवि तेरी को इन नैनों में बसाऊँ
इक आवाज़ दे मोहे किशोरी बरसाने मैं आऊँ
तेरी शरण में बीते लाडली जीवन मेरा सुखकारी
नित नित लाड लड़ाऊँ श्यामा बलिहारी मैं बलिहारी

महलन तेरे करूँ बुहारी नित नित कुञ्ज सजाऊँ
युगल जोड़ी ये मुदित विराजे दासी मैं बन जाऊँ
देख देख तुझे जियूँ लाडली संग पधारो गिरिधारी
नित नित लाड लड़ाऊँ श्यामा बलिहारी मैं बलिहारी

तेरे चरणों की छाया में बीते मेरी उमरिया
श्यामा श्यामा रटती रहूँ मैं बनूँ तेरी बांवरिया
जिस विधि चाहो मोहे नचा लो नाचूँ तेरी अटारी
नित नित लाड लड़ाऊँ श्यामा बलिहारी मैं बलिहारी

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