तुम मम जीवन प्राण
तुम मम जीवनप्राण राधिके
तुम मम जीवनप्राण
तुम बिन जीवन कैसा श्यामा
जल बिन मीन समान
तुम मम जीवनप्राण.....
कोय नाहीं जगत में मेरो
तुम जीवन आधार
भँवर में डूब रही है नैय्या
श्यामा कर दो पार
अपनी करलो निर्धन जान
तुम मम जीवनप्राण.....
तेरी शरण में स्वामिनी मेरी
जीवन बने सुखधाम
तन मन प्राण तेरे अर्पण
यहीं है मेरा विश्राम
कृपा कोर तुम राधे कृपानिधान
तुम मम जीवनप्राण.....
पात्र कुपात्र नहीं विचारा
शरण जो आए तुम्हारी
अपना बना लिया उसको श्यामा
बलिहारी मैं बलिहारी
नाम धन दीजो मोहे निर्धन जान
तुम मम जीवनप्राण.....
Comments
Post a Comment